जिझौतिया धर्मध्वज गान
धर्मध्वज है अखिल ब्रह्मगुरु शत शत इसे प्रणाम
धर्मध्वज है अखिल ब्रह्मगुरु शत शत इसे प्रणाम
लेकर धर्म ध्येय मार्ग पर बढ़े चलें अविराम
धर्मध्वज है अखिल ब्रह्मगुरु शत शत इसे प्रणाम
वैदिक ऋषियों के यज्ञों की इसमें दिखती ज्वाला
इसमें तो शिव शक्ति ने अपना खडग त्रिशूल है डाला
यज्ञ पीठ पर वेद विराजित फहराये अविराम
इसका दर्शन कल्मष हरता करता मन निष्काम
धर्मध्वजहै अखिल ब्रह्मगुरु शत शत इसे प्रणाम
यह विप्रों की विजय पताका ऋषियों का वरवेश,
त्याग और शुचिता का देता
सबको शुभ संदेश
भौतिक आध्यात्मिक उन्नति का उभय प्रेरणा धाम
फहरायेंगे दसों दिशा में
यह पावन सुख धाम
धर्मध्वज है अखिल ब्रह्मगुरु शत शत इसे प्रणाम
शत शत इसे प्रणाम
शत शत इसे प्रणाम🙏🏻
जय जिझौतियाई, जय बमनाई